कौन हो तुम...?
तुम धडकनों का तुम गीत हो, जीवन का संगीत हो, तुम जिंदगी, तुम बंदगी, तुम रोशनी, तुम ताज़गी, तुम हर खुशी, प्यार हो तुम, प्रीत हो, मनमीत हो। आंखों में तुम, यादों में तुम, नींदो में तुम, ख़्वाबों मे तुम, तुम हो मेरी हर बात में, तुम हो मेरे दिन रात में, तुम सुबह में, तुम शाम में, तुम सोच में, तुम काम में, मेरे लिए पाना भी तुम, मेरे लिए खोना भी तुम, जाऊं कहीं, देखूं कहीं तुम हो वहां, तुम हो वहां। मेरे हर लफ्ज़ का मतलब सिर्फ तुम ही हो। मेरी हर जीत में शामिल तुम, मेरी हर कस्ती का किनारा तुम, मेरे हर सफ़र का रास्ता तुम, शुरू भी तुम आखिरी भी तुम, मेरी हर खुशी का खजाना तुम।